स्नेहा जो एक बेहद आकर्षक लड़की है, सालों बाद एक शहर में वापिस रहने आती है। मगर यहाँ वह अपने आपको बहुत अकेला पाती है। एक दिन एक डेटिंग एप पर उसकी मुलाकात जगजीत से होती है। कुछ दिन तक दोनों की इंटरनेट के माध्यम से बात होती रहती है, फिर होती है मुलाकात।
आजकल के रिश्तों का खोखलापन देखते हुए स्नेहा के मन से प्यार, मोहब्बत के लिए झुकाव लगभग खत्म सा हो चुका है। शुरुआत में जब वो जगजीत से मिलती है, तो वह उसपर कोई खास प्रभाव नहीं डाल पाता, मगर सिर्फ पांच दिनों की मुलाकात में स्नेहा कहीं ना कहीं उसे पसंद करने लगती है।
क्या है जगजीत में ऐसा कि स्नेहा उसे इतना पसंद करने लगती है?
क्या सिर्फ ये पांच मुलाकातें प्यार का रूप लेंगी ?
क्या होगा इन मुलाकातों का परिणाम ?
क्या जगजीत भी उसी तरह सोच रहा होगा जैसे स्नेहा उसके लिए महसूस करने लगती है ?
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